कौन कर रहा है आपके नाम से मोबाइल नंबर का इस्तेमाल, पता कर अब उसे करा सकेंगें बंद

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– दूरसंचार विभाग के पोर्टल के ज़रिए किसी मोबाइल नंबर के फ़र्ज़ी यूज़र की पहचान कर उस नंबर को बंद कराया जा सकता है  
– किसी एक व्यक्ति के नाम पर अधिकतम 9 मोबाइल नंबर ज़ारी किए जाते हैं 
– पोर्टल में देशभर में एक्टिव सभी मोबाइल नंबर का डाटाबेस अपलोड किया गया है 
–  उम्मीद है कि आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में फ़िलहाल उपलब्ध यह सुविधा (दूरसंचार विभाग का पोर्टल) ज़ल्द पूरे देश उपलब्ध करा दी जाएगी  
अगर आपको लगता है कि आपके नाम पर सिम निकाल कर यानि मोबाइल नंबर हासिल कर कोई दूसरा व्यक्ति उसका इस्तेमाल कर रहा है तो अब यह चिंता की बात नहीं रही.इस समस्या का समाधान मिल गया है.दूरसंचार विभाग ने इस बाबत बाक़ायदा एक पोर्टल लांच किया है जिसकी मदद से ऐसा फ़र्ज़ीवाड़ा करने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा सकता है.




दूरसंचार विभाग और मोबाइल यूज़र (प्रतीकात्मक)



हमारे दूरसंचार विभाग (DOT- डिपार्टमेंट ऑफ़ टेली कम्युनिकेशन) ने स्पैम और फ्रॉड कॉल (फ़र्ज़ी कॉल) पर रोक लगाने के मक़सद से tafcop.dgtelecom.gov.in नामक एक पोर्टल लांच किया है.इसके ज़रिए हम ये जान सकते हैं कि हमारे नाम पर ज़ारी मोबाइल नंबर कौन फ़र्ज़ी तरीक़े से इस्तेमाल कर रहा है.यहां शिक़ायत कर हम वह नंबर बंद करा सकते हैं.




मोबाइल का प्रयोग (प्रतीकात्मक)




दूरसंचार विभाग के पोर्टल की अहमियत 

उल्लेखनीय है कि किसी तरह हमारी आईडी जैसे आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र आदि हासिल कर या फ़िर इसे फ़र्ज़ी तरीक़े से तैयार कर हमारे नाम पर मोबाइल नंबर/सिम हासिल कर लिए जाते हैं.इनका इस्तेमाल फ़िर ग़लत काम में किया जाता है.कई आपराधिक घटनाएं इसकी मिसाल हैं जिनमें अपराधियों ने संगीन अपराधों में किसी ऐसे व्यक्ति का मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया जिसका उनसे दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं था.




स्पैम और फ्रॉड कॉल 


किसी को फंसाने और परेशान करने के लिए भी कुछ दुष्ट और आपराधिक मानसिकता वाले लोग ग़लत कार्यों में हमारे मोबाइल नंबर को ज़रिया बनाते हैं.नतीज़तन,संदेह के आधार पर निर्दोष भी बेवज़ह परेशान होते हैं.

सुरक्षा की दृष्टि से ही,बहुचर्चित एप ट्रू कॉलर (Truecaller) का इस्तेमाल होता रहा है, जिसमें किसी अंज़ान नंबर से कॉल आने पर हम कॉलर (कॉल/फ़ोन करने वाले) के नाम पता लगा सकते हैं.पर, ज़रूरत इस बात की थी कि हमारे नाम पर ज़ारी मोबाइल नंबर का अगर कोई दुरूपयोग करता है तो उसकी पहचान और कार्रवाई हो.साथ ही,तत्काल वह नंबर (सब सिम) बंद किया जाए.दूरसंचार विभाग ने इसी दिशा में क़दम उठाया है.




मोबाइल सिम का फ़र्ज़ीवाड़ा (प्रतीकात्मक) 




ग़ौरतलब है कि एक नाम से (प्रति व्यक्ति) कुल 9 मोबाइल नंबर ज़ारी किए जाने की व्यवस्था है.इस पोर्टल में देशभर में एक्टिव (चालू) सभी मोबाइल नंबर का डाटाबेस अपलोड किया गया है.




मोबाइल सिम और डाटाबेस (प्रतीकात्मक)



डीओटी (दूरसंचार विभाग) के पोर्टल पर अपनाएं ये प्रक्रिया

1. सबसे पहले अपने मोबाइल,लैपटॉप या कंप्यूटर के ज़रिए tafcop.dgtelecom.gov.in के पोर्टल पर जाएं और यहां Enter Your Mobile Number वाले हिस्से (स्थान) में अपना 10-अंकीय मोबाइल नंबर दर्ज़ करें



दूरसंचार विभाग का पोर्टल 

2. Request OTP (रिक्वेस्ट ओटीपी) पर क्लिक करें  
3. अब आपके अपने मोबाइल नंबर एक ओटीपी मिलेगा.वह ओटीपी नंबर दर्ज़ करें.
4. ऐसा करते ही एक लिस्ट (नंबरों की सूची,यदि कई नंबर हैं तो) आपके सामने आ जाएगी.इसमें वो सभी नंबर होंगें जो आपके नाम पर एक्टिव (काम कर रहे) होंगें.
5. इस लिस्ट में जो नंबर आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं उसकी शिक़ायत यहां (विकल्प में) दर्ज़ कर सकते हैं.



दुरूपयोग की शिक़ायत का विकल्प 



इसकी प्रक्रिया बहुत आसान है और क़ारगर भी.मगर उल्लेखनीय ये है कि फ़िलहाल यह सुविधा देश के कुछ ही क्षेत्रों (सर्कल) यानि आंध प्रदेश और तेलंगाना में ही उपलब्ध है.मगर दूरसंचार विभाग के मुताबिक़, ज़ल्द ही यह सुविधा देशभर में उपलब्ध करा दी जाएगी.सभी मोबाइल यूज़र इसका लाभ ले पाएंगें.
        
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