अजब-ग़ज़ब
क़ैदी के इश्क़ में दीवानी महिला जेलर ने क़ैदी के नंबर का टैटू अपनी जांघ पर गुदवा लिया था
– इश्क़ की दीवानी 22 साल की लेडी जेलर क़ैदी से करती रहती थी लंबी बातें– प्यार की निशानी के तौर पर महिला जेलर ने क़ैदी के नंबर का गुदवा लिया था टैटू– मेडिकल जांच में गुप्त टैटू का खुला राज़– तलाशी के दौरान मिले लव लैटर में क़ैदी के नंबर वाले टैटू का चित्र भी था– ज़ेल नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए क़ैदी को मुहैया कराई प्रतिबंधित सेवाएं
अपने ही क़ैदी के इश्क़ में दीवानी हुई 22 साल की एक महिला जेलर ने क़ैदी के नंबर का टैटू गुदवा लिया.इतना ही नहीं उसने ज़ेल में प्रतिबंधित सेवाएं भी क़ैदी को उपलब्ध कराई.इस दिलफेंक महिला जेलर को, अदालत ने ज़ेल नियमों को तोड़ने के साथ-साथ आपराधिक गतिविधियों को अंज़ाम देने का दोषी ठहराते हुए उसे 10 महीने की क़ैद की सज़ा सुनाई है.
इश्कबाज़ी की ये घटना दरअसल, इंग्लैंड के यॉर्कशायर के क़रीब स्थित हाई सिक्योरिटी (अधिकतम सुरक्षा) वाली फ़ुल सटन ज़ेल की है, जहां बड़े अपराधियों को रखा जाता है.स्कारलेट एल्ड्रिच यहां बतौर जेलर तैनात थी.
जेलर एल्ड्रिच यहां एक सम्मानित अधिकारी एवं विश्वसनीय सदस्य थी तो दूसरी ओर जोन्स एक शातिर अपराधी था.वह एक डकैती मामले में ख़तरनाक़ हथियारों के साथ पकड़े जाने के बाद एल्ड्रिच के अधीन सज़ा काट रहा था.
ऐसे हुआ था जेलर एल्ड्रिच को डकैत जोन्स से प्यार
जेलर एल्ड्रिच उत्तरी यॉर्कशायर के थिरक्स के पास सोवरबी गांव की रहने वाली है.उसकी मां और सौतेले पिता दोनों पुलिस अधिकारी हैं.
जवानी की दहलीज़ पर क़दम रखते ही एल्ड्रिच को एक युवक से प्यार हो गया था.मगर यह प्यार ज़्यादा वक़्त तक नहीं चल सका और दोनों में हुई एक हिंसक झड़प के साथ ख़त्म हो गया.
उस दौरान घायल एल्ड्रिच के चेहरे पर लगी चोट का निशान आज भी मौजूद है.जोन्स को इस घटना की जानकारी थी जिसे उसने एक भावनात्मक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया.उसने एल्ड्रिच से पहली मुलाक़ात में ही घटना के लिए दुख जताया,एल्ड्रिच से हमदर्दी दिखाई और उसके एक्स-बॉयफ्रेंड को सबक सिखाने का वादा/ढोंग किया.
दिलफेंक एल्ड्रिच के लिए इतना ही क़ाफ़ी था.यह ऐसा था मानो सूखी लकड़ियों के ढ़ेर को आग के साथ हवा भी मिल गई हो.फ़िर तो जेलर एल्ड्रिच जोन्स जैसे एक दुर्दांत अपराधी के प्यार में डूबती चली गई और हद पार कर दी.
जोन्स के सेल में जेलर एल्ड्रिच लगातार आना-जाना
जोन्स के सेल में एल्ड्रिच का क़ाफ़ी आना-जाना था.वह जोन्स के साथ क़ाफ़ी देर तक बैठी रहती और बातें करती थी.
धीरे-धीरे ये मुलाक़ातें बढ़ती गईं.एल्ड्रिच रोज़ाना जोन्स के साथ घंटों बातें करती देखी जाने लगी.उन्हें अपने ओहदे और जिम्मेदारियों का ख़याल न था.ऐसा लगता था मानो वे जेलर और क़ैदी नहीं बल्कि प्रेमी युगल (जोड़ी) हों.
इसका दूसरे क़ैदियों पर असर हो रहा था और वे आपस में दोनों के प्रेम-मिलाप को लेकर टिप्पणियां करने लगे थे.
यह सब जब सहकर्मियों ने सुना और ख़ुद अपनी आंखों से देखा तो उन्होंने एल्ड्रिच को समझाया और चेतावनी भी दी.
मगर इन सबका एल्ड्रिच पर कोई असर नहीं हुआ.उसने जोन्स के साथ मेल-मिलाप ज़ारी रखा.
आख़िरकार, सहकर्मियों ने बड़े अधिकारियों से एल्ड्रिच के खिलाफ़ शिक़ायत कर दी.
पूछताछ,तलाशी और आपतिजनक सामग्री की बरामदगी
फ़ुल सटन ज़ेल में ऐसी गतिविधि हैरान करने वाली थी.यह एक संवेदनशील मामला था इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों ने फ़ौरन जांच शुरू कर दी.अब जेलर एल्ड्रिच और क़ैदी जोन्स दोनों विशिष्ट जांचकर्ताओं के रडार पर थे.
एल्ड्रिच से पूछताछ
एल्ड्रिच को बुलाया गया और उससे पूछताछ हुई तो उसने जांचकर्ताओं को गुमराह किया.
उसने जोन्स के साथ संबंधों से इनकार किया.उसने कहा –
” कुछ साल पहले जब जोन्स ज़ेल से बाहर था, उसने मुझे अपने घर बुलाया था और मेरे परिवार को ख़तरनाक़ अंज़ाम भुगतने की धमकी दी थी.मैं उस धमकी को लेकर परेशान थी.इसी कारण उसके इरादों को जानने के उद्देश्य से उससे बातें करने जाती थी. “
मगर अधिकारी उससे संतुष्ट नहीं थे.उनकी ओर से पूछताछ जारी रही.
जोन्स के सेल की तलाशी में मिले आपत्तिजनक सामान
जिस वक़्त जेलर एल्ड्रिच से पूछताछ चल रही थी उसी दौरान क़ैदी जोन्स के सेल तलाशी भी चल रही थी.तलाशी में वहां से ऐसे सामान बरामद हुए जो ज़ेल के अंदर प्रतिबंधित लिस्ट- बी कैटेगरी के माने जाते हैं.
पूछताछ में जोन्स ने ये क़बूल किया कि ये सामग्री जेलर एल्ड्रिच द्वारा उसे उपलब्ध कराए गए थे.
मोबाइल फ़ोन एवं सिम कार्ड
तलाशी के दौरान अधिकारियों को क़ैदी जोन्स के सेल (कोठरी) से एक मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड मिले.इसमें दो टेक्स्ट मैसेज़ (लिखित संदेश) प्राप्त हुए जो जोन्स के नाम भेजे गए थे.
9 सितंबर को भेजे गए मैसेज़ में लिखा था –
” अबी आ रहा है इसलिए कॉल नहीं कर पाएंगें.आपकी याद आ रही है.कोशिश करेंगें मुलाक़ात की.अपने सभी चुंबन भेज रही/रहा हूं. “
10 सितंबर को भेजे गए मैसेज़ में लिखा था –
” मेरी मां के पास.मैं आपकी उपेक्षा नहीं कर रही/रहा हूं.मेरे पास आपके लिए एक वाउचर है. “
लव लैटर और स्नैपशॉट
यहां लव लैटर मिले जो जोन्स को संबोधित कर लिखे गए थे.इनमें लिखा एक-एक शब्द प्रेम की गहराइयों को दर्शाता था.इसमें आशिक़ की अहमियत का गुणगान किया गया था.
बताया जाता है कि उस पत्र को पढ़कर यक़ीन करना मुश्किल था कि वह जोन्स जैसे दुर्दांत अपराधी को लिखा गया था.
प्रेम पत्र के अंदर एक सेक्सी स्नैपशॉट (फ़ोटो) भी देखा गया जिसमें महिला की जांघ पर एक ख़ास तरह का टैटू बना हुआ था.
टैटू का ये चित्र बड़ा अहम साबित हुआ.इसके बाद तो एल्ड्रिच पर शिक़ंज़ा कसने में देर नहीं लगी.
गुप्त टैटू का राज़
जोन्स के सेल से प्रतिबंधित सामान बरामद होने के बाद एल्ड्रिच को सस्पेंड (निलंबित) कर उसे हिरासत में लिया जा चुका था.अब बाक़ी विस्तृत जानकारी हासिल करने के उद्देश्य से उससे सख्त़ी से पूछताछ की जा रही थी.
मामला अब गुप्त टैटू का था.
वैसे तो एल्ड्रिच के शरीर पर कई टैटू पाए गए मगर उसकी बाईं जांघ पर बना टैटू ख़ास तरह का टैटू था और यह जोन्स को भेजे गए स्नैपशॉट वाले टैटू से मिलता-जुलता था.
मगर इसे प्रमाणित करने के लिए एल्ड्रिच की शारीरिक जांच की आवश्यकता थी.इसलिए, उसकी जांच हुई और फ़िर शक़ यक़ीन में बदल गया.ये साबित हो गया कि ये वही टैटू है जो स्नैपशॉट में पाया गया था.
शारीरिक जांच में प्रमाणित क़ैदी जोन्स के सेल का नंबर गुदा जेलर स्कारलेट एल्ड्रिच की बाईं जांघ का टैटू |
मगर ये कोई सामान्य टैटू नहीं था.इसमें जोन्स का सेल नंबर (कोठरी/कमरा संख्या) गुदा हुआ था.
एक जेलर ने अपने क़ैदी के नम्बर का टैटू गुदवाया था.इससे मामला और भी संगीन हो चला था.
जेलर एल्ड्रिच का कबूलनामा
जोन्स एल्ड्रिच की क़रतूतों का चिट्ठा पहले ही खोल चुका था और अब सबूत भी सामने था.ऐसे में, जेलर स्कारलेट एल्ड्रिच के पास अपना गुनाह क़बूल करने के सिवा कोई चारा नहीं बचा था.
उसने अधिकारियों को बताया –
” जोन्स से मैं बहुत मोहब्बत करती थी.उसके बिना मुझे चैन नहीं मिलता था.जब वह मेरी आंखों से दूर रहता तो मैं ख़ुदको बहुत अकेली महसूस करती थी.वह मुझे अच्छा लगता था क्योंकि वह मेरा हमदर्द था.वह मेरे लिए सबसे प्रिय था और मैं चाहती थी कि किसी न किसी रूप में वह सदा मेरी आंखों के सामने रहे.मगर चूंकि ऐसा संभव नहीं था इसलिए उसकी निशानी के रूप में उसके सेल के नंबर को मैंने अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंग यानि जांघ पर जगह दी ताकि मैं उसे हमेशा महसूस करती रहूं.मगर, उसने मुझे इस्तेमाल किया, एक मोबाइल फ़ोन हासिल करने के लिए.जोन्स अपना काला धन मेरे घर पर रखवाना चाहता था.इसके लिए जिंजर स्कॉसर नामक उसका एक साथी मुझसे मिलने मेरे घर आने वाला था.मैं उसके इरादों को समझ गई थी और सतर्क भी हो गई थी मगर, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. “
यह एल्ड्रिच का इक़बालिया बयान था.
उसने क़बूल किया कि इश्क़बाज़ी के चक्कर में उसने ख़ुद अपना शानदार करियर बर्बाद कर दिया.
इश्क़ और ज़ंग में सबकुछ ज़ायज़ नहीं होता.
अभियोजन पक्ष की दलील
आरोपी स्कारलेट एल्ड्रिच एक जेलर थी.साथ ही, मामला अति सुरक्षित ज़ेल एचएमपी (हर मेज़ेस्टी प्रिजन) फ़ुल सटन से जुड़ा था इसलिए इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए शासन-प्रशासन पुलिस की ओर से पैरवी करने के लिए वरिष्ठ व जाने-माने वक़ील अयमान खोखर हल क्राउन कोर्ट में पेश हुए.उन्होंने अदालत को बताया –
” यह देखा गया कि प्रतिवादी(एल्ड्रिच) क़ैदियों की कार्यशाला में प्रवेश करने के बाद, अन्य जेलकर्मियों का अभिवादन कर सीधे जोन्स नामक क़ैदी के पास चली जाती थी.वहां दोनों क़रीब एक घंटे तक बातें करते थे.ये मुलाक़ातें और अधिक हो गईं जिसे देखकर अन्य क़ैदी दोनों के बीच घनिष्ठता पर टिप्पणी करने लगे.फ़िर कार्यशाला में एल्ड्रिच और जोन्स के मिलने व बातें करने का समय बढ़ता गया.वे क़रीब दो घंटे तक एक साथ बातें करते देखे जाने लगे.सहकर्मियों ने देखा कि वे ‘इश्क़बाज़ी’ कर रहे थे.उन्होंने एल्ड्रिच से उसके व्यवहार के बारे में बातें की.उसे चेतावनी दी गई थी कि उसका व्यवहार कैसा दिखता है – लेकिन प्रतिवादी कार्यशाला में फ़िर लौट आई और क़ैदी के साथ बातचीत की.ज़ेल अधिकारियों को सतर्क किया गया और जोन्स के सेल की तलाशी ली गई तो वहां से एक मोबाइल फ़ोन और एक सिम कार्ड बरामद हुए जो प्रतिवादी ने उसे उपलब्ध कराए थे.इसके अलावा लव लैटर,दो टेक्स्ट मैसेज़ के साथ एक स्नैपशॉट भी मिला जो एल्ड्रिच ने क़ैदी जोन्स को भेजे थे.उक्त स्नैपशॉट में एक टैटू दिखाई देता है.दरअसल, वो वही टैटू का चित्र है जो एल्ड्रिच की बाईं जांघ पर गुदा हुआ है और उसमें जोन्स के सेल का नंबर अंकित है.प्रतिवादी ने पहले सभी आरोपों से इनकार किया था.लेकिन, तमाम सबूतों को सामने रखकर फ़िर पूछताछ की गई तो उसने अपने गुनाह क़बूल लिए. “
बचाव पक्ष की दलील
बचाव पक्ष की ओर से दलीलें कमज़ोर रहीं क्योंकि सारे सबूत अभियुक्त स्कारलेट एल्ड्रिच के खिलाफ़ थे.
इस तरह इस पूरे केस में प्रॉक्टर (सरकारी वक़ील) मिस सुजाना ने जो भी किया वह महज़ एल्ड्रिच की सज़ा कम करवाने का प्रयास भर था.मिस सुजाना ने हल क्राउन कोर्ट को कहा –
” एल्ड्रिच अपने एक्स बॉयफ्रेंड द्वारा मारपीट में घायल हो गई थी और उसके चेहरे पर निशान पड़ गया था.एल्ड्रिच उस घटना को लेकर भयभीत रहती थी.ऐसे में, ज़ेल में जब जोन्स ने घटना पर दुख ज़ाहिर करते हुए एल्ड्रिच से हमदर्दी दिखाई और उसके बॉयफ्रेंड को सबक सिखाने की बात कही तो एल्ड्रिच का दिल पसीज गया.फ़िर दोनों में नज़दीकियां बढ़ीं जिसके लिए वह अब अदालत में है.मगर यह भी सच है कि दोनों के बीच कोई यौन गतिविधि नहीं थी.यहां तक कि एल्ड्रिच का जोन्स के साथ उसके सेल में कोई संपर्क नहीं था.एल्ड्रिच ने जोन्स को मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड दिया ताकि वह उससे संपर्क कर सके.वह समझती है कि इस आदमी (जोन्स को) को उसमें बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं थी और वह सिर्फ मोबाइल फ़ोन को हासिल करने के लिए उसका इस्तेमाल कर रहा था.जब जोन्स ने एल्ड्रिच को जिंजर स्कॉसर नामक व्यक्ति द्वारा 5 हज़ार पाउंड की रक़म लाने की बात बताई और वह रक़म अपने घर रखने को कहा तो वह चिंतित हो गई.एल्ड्रिच ने फ़ौरन उसका नंबर ब्लॉक कर दिया.एल्ड्रिच में पहले से कोई दोष नहीं है.वह जेलर की भर्ती परीक्षा में ए लेवल प्राप्त कर ज़ेल सेवा में शामिल हुई थी क्योंकि वह लोगों की मदद करना चाहती थी.वह अपनी मां और सौतेले पिता के नक्शेक़दम पर चलना चाहती थी, जो पुलिस अधिकारी हैं.महामारी के दौरान उसके अच्छे कार्यों को लेकर प्रशासन ने उसकी तारीफ़ की थी. ”
अदालत ने कही ये बात
हल क्राउन कोर्ट के जज जॉन टेकरे ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुना.
उन्होंने अभियुक्त एल्ड्रिच की मानसिक स्थिति को लेकर चिंता ज़ाहिर की.लेकिन, साथ ही, क़ानून के उल्लंघन के परिणामों का ज़िक्र और सज़ा का ऐलान करते हुए कहा –
” मैंने निलंबित सज़ा पर विचार किया था क्योंकि तत्काल क़ैद का आपके और आपके प्रियजनों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा.मगर अपराध इतने गंभीर हैं कि दोषी को कम से कम 10 महीने की क़ैद में रखना ही चाहिए.बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि अभियुक्त ने क़ैदी को मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड उससे सिर्फ बातें करने के लिए दिए थे और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उनका इस्तेमाल किसी भी प्रकार के अपराध के लिए हुआ.लेकिन मुझे न केवल इच्छित नुकसान बल्कि वास्तविक नुकसान पर विचार करना होगा.अधिकतम सुरक्षा वाली ज़ेल में नुकसान का ख़तरा अधिक था.यह एक उच्च सुरक्षा वाली ज़ेल थी जहां मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड को मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, शक्ति,प्रभाव और ज़ेल जीवन को बाधित किया जा सकता है.मूल बात ये है कि आपने क़ैदियों के साथ निकट संबंध बनाने के स्पष्ट ख़तरों के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त किया होगा लेकिन इसके बावज़ूद, आपने डकैती के लिए सज़ा काट रहे एक क़ैदी के साथ संबंध बनाए.आपने ख़ुद को उसके हवाले कर ज़ेल की सुरक्षा को ख़तरे में डाल दिया.यह एक उच्च सुरक्षा ज़ेल थी जहां मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड का उपयोग बाधित है, आपने उस भरोसे को तोड़ दिया जो आपको दिया गया था. ”
कैलिफोर्निया की एक महिला जेलर की घटना की तरह ही इस घटना की भी दुनियाभर में चर्चा है.
जेलर स्कारलेट एल्ड्रिच भी जेलर टीना गोंज़ालेज़ की तरह अब ज़ेल की सलाखों के अंदर हैं.
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