Site icon KHULIZUBAN

छाती एवं स्तनों के आकार और आकृति से जानिए महिलाओं का व्यक्तित्व

स्तनों के आकार, स्तनों के प्रकार, महिलाओं का व्यक्तित्व

सामुद्रिक शास्त्र में स्तनों के आकार-प्रकार के आधार पर लड़कियों -महिलाओं के व्यक्तित्व बताये गए हैं

Don't miss out!
Subscribe To Newsletter
Receive top education news, lesson ideas, teaching tips and more!
Invalid email address
Give it a try. You can unsubscribe at any time.
Thanks for subscribing!

स्तन महिलाओं का सौन्दर्य ही नहीं बढ़ाते हैं, उनके व्यक्तित्व का आईना भी होते हैं.इनके आकार व आकृति का अवलोकन कर किसी महिला के व्यक्क्तित्व और भाग्य के बारे में जाना जा सकता है.यही सब इनकी छाती भी कहती है.लक्षण और प्रतीकों का यह ज्ञान वैदिक ज्योतिष का हिस्सा है, जिसे अंगविद्या या शारीरिक लक्षणों का विज्ञान यानि, सामुद्रिक शास्त्र के नाम से जाना जाता है.

अलग-अलग आकार-प्रकार के स्तनों वाली महिलाएं (प्रतीकात्मक)

हाथ और पैरों की रेखाओं की तरह शरीर के अंग भी व्यक्ति की सारी जानकारी रखते हैं.इनके लक्षणों का अध्ययन कर किसी के व्यक्तित्व और भाग्य के बारे में पता लगाया जा सकता है.सामुद्रिक शास्त्र के जानकारों के अनुसार 12 राशियों या भावों या विभागों का, शरीर के 12 अंगों से संबंध है.इसलिए, इनकी आकृति व विशेषताओं के आधार पर किसी व्यक्ति के जीवन से संबंधित वर्तमान ही नहीं, भूतकाल में घट चुकी और भविष्य में होने वाली घटनाओं के विषय में भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है.महिलाओं की छाती व स्तन इन्हीं में आते हैं.

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार स्त्रियों की छाती के रंग एवं स्थिति के साथ उनके उभार (स्तनों) या आकार और आकृति के आधार पर उनके व्यक्तित्व व भाग्य का आकलन किया जा सकता है.

ज्ञात हो कि महिलाओं की छाती को उनके स्तनों के अर्थ में लिया जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि छाती (चेस्ट) हड्डी की ठठरियों का पल्ला होती है, जो कलेजे के ऊपर पेट तक फैला होता है.दूसरे शब्दों में, पेट के ऊपर का भाग जो गर्दन तक होता है छाती कहलाता है.दूसरी ओर, स्त्रियों के वक्ष या छाती पर विशेष अंग (जननांग) जिसमें दूध बनता है, स्तन (ब्रेस्ट) कहलाता है.इसे कुच, चूची, पयोधर, आदि भी कहा जाता है.

कुच के अग्रभाग (आगे के हिस्से) को कुचाग्र, चुचुक (निपल), स्तन की घुंडी, आदि कहते हैं.

ऐसे में, हमें पहले महिलाओं की छाती और उनके व्यक्तित्व को लेकर सामुद्रिक शास्त्र में क्या वर्णन है, यह देखना चाहिए.

छाती के रंग एवं स्थिति से जानिए महिला का व्यक्तित्व और भाग्य

लाल या काली छाती वाली महिलाएं: जिन लड़कियों-महिलाओं की छाती लाल या काले रंग की होती है वे सुंदर, सुशील और मिलनसार होती हैं.वे छल-प्रपंचों से दूर विषम परिस्थितियों में भी शांत रहती हुई ख़ुशी तलाशती हैं.

लाल एवं काली छाती (प्रतीकात्मक चित्र)

इनको अधिक संतानें होती हैं यानि, ये ज़्यादा बच्चे पैदा करने वाली होती हैं.

छाती पर बालों वाली महिलाएं: जिन लड़कियों-महिलाओं की छाती पर थोड़ी या हल्के बाल होते हैं वे प्रपंची, झूठ बोलने वाली और व्यभिचारिणी (अनेक पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाली) होती हैं.

महिलाओं की छाती पर बाल (सांकेतिक फ़ोटो)

ऐसी महिलाएं आडंबर (दिखावा) ज़्यादा करती हैं, और सदैव लोगों पर अपना प्रभाव डालने की कोशिश में रहती हैं.

ऊंची व पुष्ट छाती वाली महिलाएं: जिन महिलाओं की छाती ऊंची व पुष्ट यानि, भरी-पूरी व मजबूत होती है वे पतिव्रता (पति से प्रेम करने व उसमें ही निष्ठा रखने वाली) होती हैं.ये धन और ऐश्वर्य की स्वामिनी बनती हैं.

महिलाओं की ऊँची व पुष्ट छाती (प्रतीकात्मक चित्र)

इनकी सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में भी रूचि होती है.

दबी हुई छाती वाली महिलाएं: अंदर की तरफ़ धंसी या दबी हुई छाती वाली महिलाएं निरोगी काया (स्वस्थ शरीर) व प्रखर बुद्धि एवं स्वभाव की होती हैं.ये अपने व अपने परिवार के विकास को लेकर सदा सजग रहती हैं.

धंसी हुई या दबी हुई छाती (सांकेतिक चित्र)

झुकी हुई छाती वाली महिलाएं: जिन महिलाओं की छाती धनुषाकार या आगे की ओर झुकी हुई होती है उन्हें अपने पति से विशेष लगाव होता है.वे सदा उसकी सेवा में लगी रहती हैं, और उसे प्रसन्न रखने में ही उन्हें आनंद की अनुभति होती है.

झुकी हुई छाती (सांकेतिक चित्र)

चौड़ी छाती वाली महिलाएं: चौड़ी छाती वाली महिलाएं मजबूत इरादों वाली, परिश्रमी एवं अभिमानी होती हैं.इनके लिए अपना फ़ायदा सबसे पहले होता है, और इसके लिए ये सारी सीमाएं लांघ सकती हैं.

चौड़ी छाती (प्रतीकात्मक फ़ोटो)

इनके लिए परिवार हो या समाज, या फिर कार्यक्षेत्र रणभूमि के समान होता है.

अब हम महिलाओं के स्तनों की बात करते हैं.पश्चिमी विद्वानों की दृष्टि में, ये 8 प्रकार के होते हैं- विषम या असममित (असमान), बड़े और भारी, छोटे, पतले, गोलाकार, घंटी के आकार के, पूरब पश्चिम, अश्रु-बूंद की आकृति वाले, इत्यादि.लेकिन सामुद्रिक शास्त्र में इनके 10 प्रकार बताये गए हैं.इसके अनुसार अलग-अलग आकार-आकृति वाले स्तनों से लैस महिलाओं का व्यक्तित्व अलग होता है.

स्तनों के आकार और आकृति से जानिए महिला के व्यक्तित्व और भाग्य

असमान स्तनों वाली महिलाएं: असमान स्तनों का मतलब है दोनों स्तनों का आकार अलग प्रकार होना.यानि, एक बड़ा होता है तो दूसरा उससे थोड़ा (क़रीब एक कप साइज़ जितना) छोटा होता है.ऐसे स्तनों वाली महिलाएं भाग्य की कमज़ोर होती हैं.उन्हें हमेशा धन की कमी रहती है.

असमान स्तन (सांकेतिक चित्र)

उनकी सोच भी नकारात्मक होती है.

ऐसी महिलाओं की अकाल मृत्यु या हत्या की संभावना रहती है.

समान स्तनों वाली महिलाएं: जिन महिलाओं के स्तन समान आकार के होते हैं वे धन और ऐश्वर्य की स्वामिनी होती या बनती हैं.इनका स्वभाव अच्छा होता है, और सोच भी सकारात्मक होती है.

समान आकार के स्तन (प्रतीकात्मक फ़ोटो)

गोल स्तनों वाली महिलाएं: गोल स्तन वह प्रकार होते हैं जो पूरी तरह से गोल होते हैं, और उनके ऊपरी और निचले, दोनों हिस्से बराबर होते हैं.ऐसे स्तनों वाली महिलाएं चतुर और गुणी होती हैं.वे अपनी विद्वता और कला से लोगों को प्रभावित करने में सक्षम होती हैं.

गोलाकार स्तन (सांकेतिक चित्र)

आंसू की बूंद या नाशपाती के आकार के स्तनों वाली महिलाएं: नीचे की ओर भरे और ऊपर से पतले आकार के स्तन आंसू की बूंद या नाशपाती की आकृति में दिखाई देते हैं.ऐसे स्तनों वाली महिलाएं तीव्र बुद्धि वाली और प्रभावशाली होती हैं.

अश्रुबूंद के आकार के स्तन (सांकेतिक चित्र)

ये पुरुषों पर हावी रहती हैं, और अनेक लोगों से इनकी मित्रता या निकटता होती है.

उभरे और कसे हुए स्तनों वाली महिलाएं: सुडौल, कसे हुए और स्थिर स्तनों वाली महिलाएं तेज दिमाग़ की और परिश्रमी होती हैं.ये पति के प्रति समर्पित और रति (कामदेव की पत्नी) के समान आनंद देने वाली होती हैं.

उभरे और कसे हुए स्तन (प्रतीकात्मक फ़ोटो)

शंक्वाकार स्तन वाली महिलाएं: शंकु के आकार के स्तन त्रि-आयामी या त्रिकोणीय होते हैं.ऐसी आकृति अक्सर स्तनों के ढीले होकर लटकने के कारण हो जाती है.परंतु, ऐसे स्तन जन्मजात भी होते हैं.इनके चुचुक और घेरे (निपल और एरिओला) अपेक्षाकृत बड़े होते हैं.

शंकु के आकार-आकृति के स्तन (प्रतीकात्मक चित्र)

इस प्रकार के स्तनों वाली महिलाएं लोकप्रिय मगर चंचल मन की या दिलफेंक होती हैं.

इनका अनेक पुरुषों से संबंध संभव है.

अंडाकार स्तनों वाली महिलाएं: जिन लड़कियों महिलाओं के स्तन अंडे के आकार-आकृति के होते हैं उनका प्रेम सच्चा होता है.वे अपने पतियों में पूरी निष्ठा रखती हैं.हालांकि उन पर वे अपना प्रभुत्व बनाये रखती हैं.

अंडे की आकृति वाले स्तन (प्रतीकात्मक चित्र)

बड़े व भारी स्तनों वाली महिलाएं: ऐसी महिलाएं जिनके स्तन बड़े व भारी (ज़्यादा मांसल) होते हैं, और चुचुक (निपल) मोटे होते हैं वे धैर्यवान, तर्कशील, विचारों से स्वतंत्र और परस्पर सहयोग की भावना रखने वाली होती हैं.

बड़े और भारी स्तन (सांकेतिक चित्र)

इनके जीवन में कभी किसी चीज़ की कमी नहीं होती है.

उभरे या उठे हुए चुचुकों वाली महिलाएं: जिन महिलाओं के स्तनों के निपल या चुचुक सदा तने हुए या खड़े दिखाई देते हैं वे कोमल स्वभाव की और शांतिप्रिय होती हैं.मगर सेक्स के मामले में वे उतावली रहती हैं.

आगे की ओर निकले और तने हुए चुचुक (प्रतीकात्मक फ़ोटो)

चपटे या उल्टे चुचुकों वाली महिलाएं: चपटे चुचुक वे चुचुक होते हैं जो कम स्पष्ट या घेरे (एरिओला) में विलीन (मिलना या समाहित हो जाना) हो जाते हैं.ठंड के कारण या उत्तेजित होने पर ये दिखाई देते हैं.

चपटे और अंदर की ओर धंसे हुए चुचुक (सांकेतिक फ़ोटो)

दूसरी ओर, उल्टे चुचुक बाहर के बजाय अंदर की ओर मुड़े या धंसे हुए होते हैं.

इन दोनों ही प्रकार के चुचुकों वाले स्तन रखने वाली महिलाएं धैर्यवान, एकाग्रचित्त और परिश्रमी होती हैं.

ऐसी महिलाएं अक्सर एक अच्छी रणनीतिकार साबित होती हैं.

Exit mobile version